‘ग्वालबाड़े’ का मतलब क्या होता है प्रेमकुमार मणि जी? (डायरी 4 जून, 2022)
प्रेमकुमार मणि ने अपने इस्तीफे में एक जगह लिखा है–'परिषद चुनाव में मुन्नी देवी को उतार कर आप समझते हैं कि कमाल कर दिया है। भगवतिया देवी और मुन्नी देवी का कार्ड पुराने समय में चलता था, जब जनता का अधिकांश निरक्षर था।राजशाही के जमाने में कोई अपने गुलाम को, तो कोई किसी भिश्ती को बादशाह बना देता था।
मूल बात यह है कि प्रेमकुमार मणि को एक दलित महिला मुन्नी देवी रजक से ईर्ष्या के शिकार हैं। उनकी मानसिक स्थिति का आकलन उपरोक्त उद्धृत उनके इस्तीके के एक अंश से किया जा सकता है। लालू प्रसाद ने कैसा निर्णय लिया है, यह लालू प्रसाद जानें। कम से कम यह तो सच है कि राजनीति के मामले में प्रेमकुमार मणि उनके आगे कहीं नहीं टिकते। लेकिन उनके बहाने एक जाति समुदाय को अपशब्द कह रहे हैं।


नवल किशोर कुमार फ़ॉरवर्ड प्रेस में संपादक हैं।
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