2021 में सबसे चर्चित नेता के रूप में यदि नजर डालें तो, देश के वयोवृद्ध और कद्दावर नेता शरद पवार का नाम पहले नंबर पर आएगा? महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने का मुद्दा हो या फिर, 2024 में भाजपा सरकार के खिलाफ एक मजबूत तीसरा मोर्चा खड़ा करने की बात हो, शरद पवार हमेशा चर्चा में रहे हैं! शरद पवार की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ हो या फिर प्रशांत किशोर से मुलाकात हो, शरद पवार राजनीतिक गलियारों में सुर्खियों में रहे हैं! 2021 के अंतिम दो दिनों में भी शरद पवार ने साल के जाते-जाते राजनीतिक गलियारों में सुर्खियां बटोर ली?
पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली की तारीफ कर, नव वर्ष 2022 के लिए राजनैतिक भूमिका बांध ली है क्या ?
पवार ने 2019 का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पवार से गठबंधन करना चाहते थे मगर पवार का दिल गठबंधन करने के लिए तैयार नहीं हुआ ?
[bs-quote quote=”यदि 2021 के अंतिम महीनों की बात करें तो, इन महीनों में शिवसेना और कांग्रेस कॉफी नजदीक आती हुई दिखाई दी हैं ! जब ममता बनर्जी और प्रशांत किशोर शरद पवार से मिलने के बाद कांग्रेस और गांधी परिवार पर राजनीतिक हमला कर रहे थे तब कांग्रेस और गांधी परिवार के बचाव में शिवसेना और शिवसेना नेता संजय राऊत दीवार बनकर खड़े हुए थे? ” style=”style-2″ align=”center” color=”” author_name=”” author_job=”” author_avatar=”” author_link=””][/bs-quote]
क्या शरद पवार को इसका अफसोस है की उन्होंने भाजपा से गठबंधन नहीं किया और अपनी पुत्री को केंद्र सरकार में मंत्री नहीं बनने दिया? जहां तक विचारधारा की बात करें तो, शरद पवार ने महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ गठबंधन कर महाराष्ट्र की सत्ता शिवसेना के हाथों में सौंप रखी है? शिवसेना और भाजपा दोनों लगभग एक विचारधारा वाली राजनीतिक पार्टी हैं और लंबे समय तक दोनों पार्टियों ने गठबंधन कर महाराष्ट्र में चुनाव भी लड़ा है, यदि एनसीपी शिवसेना के साथ गठबंधन कर महाराष्ट्र की सत्ता को शिवसेना के हाथों में सौंप सकती है तो उसके लिए भाजपा से गठबंधन करने में क्या गुरेज होना चाहिए ?
यदि 2021 के अंतिम महीनों की बात करें तो, इन महीनों में शिवसेना और कांग्रेस कॉफी नजदीक आती हुई दिखाई दी हैं !
जब ममता बनर्जी और प्रशांत किशोर शरद पवार से मिलने के बाद कांग्रेस और गांधी परिवार पर राजनीतिक हमला कर रहे थे तब कांग्रेस और गांधी परिवार के बचाव में शिवसेना और शिवसेना नेता संजय राऊत दीवार बनकर खड़े हुए थे?
सवाल उठता है कि क्या महाराष्ट्र में भविष्य में शरद पवार वाली कांग्रेस एनसीपी भाजपा के साथ होगी और सोनिया गांधी वाली कांग्रेस शिवसेना के साथ होगी? क्या शरद पवार की नजर भविष्य में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर है और क्या शरद पवार सर्व सम्मत राष्ट्रपति बनना चाहते हैं ?
यह अभी भविष्य के गर्त में छिपा हुआ एक राजनीतिक सवाल है ?
जिसका अभी इंतजार करना होगा लेकिन, देश के कद्दावर और वरिष्ठ नेता के बयान मौजूदा राजनीति में सुर्खियां तो बन ही गए हैं, इन सुर्खियों का असर भारतीय राजनीति पर क्या होगा इसके लिए नए साल 2022 का इंतजार करना होगा ?
देवेंद्र यादव कोटा स्थित वरिष्ठ पत्रकार हैं।