यदि 2021 के अंतिम महीनों की बात करें तो, इन महीनों में शिवसेना और कांग्रेस कॉफी नजदीक आती हुई दिखाई दी हैं ! जब ममता बनर्जी और प्रशांत किशोर शरद पवार से मिलने के बाद कांग्रेस और गांधी परिवार पर राजनीतिक हमला कर रहे थे तब कांग्रेस और गांधी परिवार के बचाव में शिवसेना और शिवसेना नेता संजय राऊत दीवार बनकर खड़े हुए थे?
