Sunday, May 19, 2024
होमवीडियोजब हम कहते थे कि हम आज़मगढ़ से हैं तो लोग ऐसे...

ताज़ा ख़बरें

संबंधित खबरें

जब हम कहते थे कि हम आज़मगढ़ से हैं तो लोग ऐसे भागते थे जैसे हम ही आतंकवादी हैं

आज हम गाँव के लोग के कार्यक्रम आमने-सामने में उत्तर प्रदेश में सक्रिय संगठन रिहाई मंच के प्रमुख चेहरे और संगठन के महासचिव राजीव यादव से रूबरू हैं। राजीव लगातार जनता के मुद्दों पर संघर्ष कर रहे हैं। वे तकरीबन बीस वर्षों से लगातार दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के मसलों पर लड़ रहे हैं। राजीव […]

आज हम गाँव के लोग के कार्यक्रम आमने-सामने में उत्तर प्रदेश में सक्रिय संगठन रिहाई मंच के प्रमुख चेहरे और संगठन के महासचिव राजीव यादव से रूबरू हैं। राजीव लगातार जनता के मुद्दों पर संघर्ष कर रहे हैं। वे तकरीबन बीस वर्षों से लगातार दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के मसलों पर लड़ रहे हैं। राजीव रिहाई मंच के जरिये बेगुनाहों, वंचितों, शोषितों के मानवाधिकारों-लोकतांत्रिक अधिकारों, संवैधानिक अधिकारों के उल्लंघन के मुद्दों को पूरी सक्रियता के साथ उठा रहे हैं। एक मानवाधिकार संगठन के रूप में रिहाई मंच सामाजिक न्याय और संविधान सम्मत अधिकारों के लिए लड़ने वाला संगठन है। राजीव यादव आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। वे गरीबों, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के मसलों को सदन तक ले जाने के लिए तैयार नजर आ रहे हैं।

 

गाँव के लोग
गाँव के लोग
पत्रकारिता में जनसरोकारों और सामाजिक न्याय के विज़न के साथ काम कर रही वेबसाइट। इसकी ग्राउंड रिपोर्टिंग और कहानियाँ देश की सच्ची तस्वीर दिखाती हैं। प्रतिदिन पढ़ें देश की हलचलों के बारे में । वेबसाइट की यथासंभव मदद करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

लोकप्रिय खबरें