अंग्रेजों ने भारत को जो सबसे बड़ी सौगात दी, वह न्यायपालिका है। इसी न्यायपालिका ने भारत को अक्षुण्ण बनाए रखने में अहम भूमिका का निर्वहन अब तक किया है। मेरे कहने का आशय यह कि अंग्रेजों ने तीनों आरोपियों को उनका पक्ष रखने के लिए पर्याप्त समय दिया। मैं तो आज के दौर में देख रहा हूं कि आनंद तेलतुंबड़े और गौतम नवलखा जैसे लोगों को यह मौका नहीं दिया जा रहा है। फादर स्टेन स्वामी को तो जिंदा ही मार दिया गया।
दो मुल्काें का साझा अतीत, साझा वर्तमान (डायरी 15 अगस्त, 2022)
