किसानों की मांगों की अनदेखी करना आम चुनावों में भाजपा के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है। पंजाब एवं हरियाणा के किसान भाजपा प्रत्याशियों और नेताओं का विरोध कर रहे हैं। भाजपा नेताओं को किसान अपने गांवों में नहीं घुसने दे रहे हैं। किसानों का कहना है कि सरकार ने हमें दिल्ली में नहीं घुसने दिया अब हम भाजपा के नेताओं को अपने गांवों में नहीं घुसने देंगे। भाजपा और उसके सहयोगी दलों को किसानों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है।
भाजपा का बहिष्कार क्यों कर रहे किसान ?
राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में भाजपा के प्रत्याशियों, निवर्तमान सांसदों, विधायकों का विरोध किया जा रहा है। किसान मुख्यतः 3 सवाल पूछ रहे हैं। वायदा करने के बाद भी MSP की गारंटी क्यों नहीं दी गई ? युवा किसान शुभकरण सिंह को गोली क्यों मारी गई ? प्रदर्शन करने वाले किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज कर गिरफ्तारियाँ क्यों की जा रही हैं ?
राजस्थान के रतनपुरा गाँव में किसानों ने गंगानगर से भाजपा प्रत्याशी प्रियंका बैलान एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का काले झंडे दिखाकर विरोध किया। इसके बाद पुलिस द्वारा किसानों को हिरासत में ले लिया गया।
हरियाणा में हिसार, जींद, सिरसा, सोनीपत, रोहतक के अधिकतर गांवों में भाजपा और जजपा के किसी भी नेता को घुसने नहीं दिया जा रहा है। हिसार लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी रंजीत चौटाला का ग्राम कनोह में भारी विरोध किया गया। उन्हें चौपाल में नहीं घुसने दिया गया। गुरुवार को गाँव श्यामसुख में भी उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा। रोहतक लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी अरविंद शर्मा का समैन गाँव में भारी विरोध किया गया। इससे पहले 5 अप्रैल को सुधराना गाँव में भी किसानों ने उनका विरोध किया था। सिरसा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी अशोक तंवर का किसानों ने विरोध किया, शनिवार को डबवाली क्षेत्र में अशोक तंवर को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। दहमन गाँव में भी किसानों ने अशोक तंवर का विरोध किया था। सोनीपत लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी मोहन लाल बड़ोली को रविवार को किसानों ने काले झंडे दिखाए। हरियाणा सरकार में मंत्री कमलेश ढांडा के बेटे तुषार ढांडा को राजौंद में काले झंडे दिखाए गए।
किसानों के विरोध के चलते बैकफुट पर जेजेपी
साढ़े 4 साल तक भाजपा के साथ सत्ता में रही पार्टी जजपा को भी किसानों के जबर्दस्त विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को जगह-जगह काले झंडे दिखाए जा रहे हैं। बीते दिनों खानपुर सिंधड एवं नाडा गांवों में पहुँचे दुष्यंत चौटाला को किसानों के विरोध के चलते बैरंग होकर वापस लौटना पड़ा था। किसानों में नाराजगी को देखते हुए दुष्यंत चौटाला की मां नैना सिंह चौटाला ने किसानों से माफी मांगी है।
JJP विधायक नैना चौटाला का सरेंडर, किसानों से मांग ली माफी।@Dchautala @nainachautala #JJP pic.twitter.com/932eHuCbbQ
— Haryana Tak (@haryana_tak) April 8, 2024
पंजाब में भी भाजपा का बहिष्कार
बीते शुक्रवार को किसानों ने अजनाला में अमृतसर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी तरनजीत सिंह सिंधू का विरोध किया। बीते रविवार को पटियाला लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी परनीत कौर के काफिले को रोककर किसानों ने काले झंडे दिखाए। बीते शुक्रवार को फरीद टीला पहुँचे फरीदकोट लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी हंस राज हंस का किसानों ने जमकर विरोध किया।
आपको बता दें कि अपनी मांगों को लेकर किसान पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर 13 फरवरी से बैठे हुए हैं। किसान सरकार को उसका वायदा याद दिलाते हुए MSP की गारंटी पर कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। पिछले 57 दिनों से किसानों का आंदोलन जारी है। केंद्र सरकार के रुख से नाराज किसान लोकसभा चुनाव में भाजपा का बहिष्कार कर रहे हैं।