वाराणसी संसदीय क्षेत्र में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अजय राय आमने-सामने हैं। मोदी से लगातार दो बार परास्त होने के बाद अजय राय इस बार जिन मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं, क्या ये मुद्दे उन्हें संसद तक पहुंचा पाएंगे?
तीन बार कांग्रेस से विधायक चुने जाने के बाद, अजय कपूर भाजपा में शामिल हो गए हैं। सवाल यह उठता है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में कानपुर की यह सीट अब किसके खाते में गिरेगी?
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एसबीआई ने इलेक्ट्रॉल बॉन्ड की सूची चुनाव आयोग को सौंप दी थी, जिसके बाद चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर इस बॉन्ड को खरीदने और भुनाने वालों की सूची जारी की। इस सूची में बॉन्ड भुनाने वालों में भाजपा का नाम सबसे ऊपर है।
लोकसभा चुनाव नजदीक है और कांग्रेस नेता लगातार पार्टी से इस्तीफा देते हुए भाजपा में शामिल हो रहे हैं। लोगों क कहना है, इससे 150 वर्ष पुरानी कांग्रेस पर आने वाले चुनाव में नकारात्मक असर दिखाई देगा ।
कांग्रेस के प्रवक्ता मोदी को इस बात के लिए धन्यवाद दे रहे हैं कि वह कांग्रेस का कूड़ा-कचड़ा साफ कर रहे हैं। बहरहाल कांग्रेस के लोग भले ही अपने दल के प्रतिक्रियावादी नेताओं के पलायन को कूड़ा-कचड़ा मानकर संतोष कर लें, किन्तु खुद कांग्रेस समर्थक राजनीतिक विश्लेषकों में चिन्ता की लहर दौड़ गई है।
एक तरफ जहां कांग्रेस के कई नेता बीजेपी का दामन थाम रहे हैं वहीं दूसरी ओर बीजेपी के हिसार से वर्तमान सांसद बृजेन्द्र सिंह का कांग्रेस का दामन थामना बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका है।
कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा अब अपने अंतिम दौर में है। गुजरात के सूरत और तापी से होते हुए यह यात्रा सीधे महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी। महाराष्ट्र में ही यह यात्रा समाप्त हो जायेगी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी के साथ धार के पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।
कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची में 40 लोगों के नाम की घोषणा की। छतीसगढ़ के 11 लोकसभा सीटों में से 6 उम्मीदवारों के नाम जारी।
यह बड़े ही दुख की बात है कि राजनीति का मूल काम लोकतंत्र की रक्षा व जनता की समस्याओं को मज़बूतो के साथ हल करना है किंतु हो इसका उलट रहा है। राजनीति को न लोकतंत्र की चिंता है और न जनता की चिंता, अगर कुछ चिंता है तो वह बस सत्ता पर बने रहने की है।
बिहार के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने आरोप लगाया, ‘भाजपा प्रलोभन देकर अपनी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है और सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियों के माध्यम से धमकियां भी दी जा रही हैं।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी अपने विधायकों को तोड़े जाने की निंदा करती है।
हमेशा जोड़तोड़ की राजनीति करने वाली बीजेपी में राज्य सभा चुनाव में क्रास वोटिंग का इस कदर भय बना हुआ था कि उसने अपने विधायकों को निजी रिसॉर्ट में बंद करवा दिया।
कांग्रेस ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर ‘आर्थिक आतंकवाद'’ शुरू करने का आरोप लगाया और दावा किया कि उसके खातों से 65 करोड़ रुपये से अधिक की राशि 'डाका डालकर' निकाल ली गई ताकि लोकसभा चुनाव से पहले उसे आर्थिक रूप से अपंग बनाया जा सके।
अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिए जाने तक उनकी पार्टी राहुल गांधी की न्याय यात्रा में हिस्सा नहीं लेगी। जबकि इससे पूर्व उन्होंने कहा था कि रायबरेली में वह भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे।