‘यू पी में सब बा’ बहुनाटकीय और ओवररेटेड गाने के जवाब में जब युवा लोकगायिका नेहा सिंह राठौर ने साधारण आवाज और लब-ओ-लहजे में ‘यू पी में का बा’ गाया तो ‘सब बा’ का धुर्रा उड़ गया। गोया सब होने के एक झूठे प्रचार के बीच ‘का बा’ के सवाल ने प्रदेश और देश की जनता की भावनाओं का विस्फोट कर दिया। ऑक्सीज़न की कमी से मरते हुये लोग, साड़ों और नीलगायों द्वारा बर्बाद खेती, बढ़ती हुई महँगाई और हाथरस तथा उन्नाव जैसी घटनाओं ने दमदार सोच के पर्दे में दबने से मानो इंकार कर दिया। जहां ज़रखरीद अखबार और मीडिया सरकार का भोंपू बन चुके हैं वहाँ नेहा की आवाज जनता की आवाज बन गई है। विपक्ष भी अब सवालों को लेकर उतना खाली नहीं है। अभिव्यक्ति की इसी सामर्थ्य के कारण नेहा को जनता ने रातोरात स्टार बना दिया। आज सब जानना चाहते हैं कि उनकी यात्रा कैसे शुरू हुई और आगे का लक्ष्य क्या है? इन्हीं सवालों पर उनसे अपर्णा ने बातचीत की। देखिये और चैनल को सब्सक्राइब भी कीजिये।