किसान मुद्दे पर बीएचयू के छात्र-छात्राओं से पुलिस की नोंक-झोंक
भुआल यादव, विशेष संवाददाता, गाँव के लोग डॉट कॉम
अफसोस की बात यह है कि जैसे वर्तमान सरकार हमेशा अपने वादे से मुकरती आयी है, उसका वही रवैया दिल्ली में साल भर से अधिक दिनों तक आन्दोलन करने वाले किसानों के साथ भी रहा। भारत सरकार के 9 दिसंबर के जिस पत्र के आधार पर किसानों ने आन्दोलन रद्द करने का फैसला किया था, सरकार ने उनमें से कोई वादा पूरा नहीं किया है। इसलिए पूरे देश के किसानों ने 31 जनवरी, 2022 को विश्वासघात दिवस मनाने का फैसला लिया था।