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Varanasi
बुनियादी सुविधाओं की उम्मीद में ढेलवरिया निवासी
वाराणसी। बनारस की अधिकतर आबादी का बोझ ढो रही गलियों का हाल, 'बेहाल' है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस को विकास के...
सर्व सेवा संघ परिसर पर किये गए अवैध कब्जे के खिलाफ शास्त्री घाट में हुई जनप्रतिरोध सभा
वाराणसी। शास्त्री घाट पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि ट्रैक्टर ने कोई तय करके नहीं रखा है कि दिल्ली ही जाएगा, ट्रैक्टर की...
वाराणसी : बच्चों की ऊंची पढ़ाई के साथ अपनी पढ़ाई का सपना पूरा कर रही हैं सुमन
अपर्णा -
शिक्षा के बारे में डॉ. अंबेडकर का कहना है कि वह शेरनी का दूध है जो भी पिएगा वह दहाड़ेगा। सुमन को देखकर लगता है कि वह भी शेरनी का दूध पी रही हैं। उनमें जो आत्मविश्वास है वह उन्हें किसी जगह झुकने नहीं देगा। एक माँ के रूप में वह अपने बच्चों की उच्च शिक्षा का सपना देखती हैं। लेकिन स्वयं अपने भी अधूरे सपने को पूरा करने में जी जान से लगी हैं।
हर तरफ फैला सियासी तामझाम फिर भी नहीं मिटा बनारस का जाम
वाराणसी। सरकारी विभागों के फाइलों में स्मार्ट सिटी घोषित हो चुके वाराणसी शहर की यातायात व्यवस्था अनस्मार्ट हो गई है। रुका हुआ यातायात, कुछ...
प्रेमचंद के गाँव लमही में अब प्रेमचंद को कोई नहीं पढ़ता
अपर्णा -
किसी जमाने में लमही एक गाँव था और प्रेमचंद ने बहुत सारे चरित्रों को इसी गाँव से उठाया। मसलन! गाँव में जो पोखरा दिखाई पड़ता है और रामलीला का जो मैदान है। हम समझते हैं कि उनकी प्रसिद्ध कहानी रामलीला में उसका जिक्र है। लमही के पास ही एक ऐसी बस्ती है, जहां से निकल कर ईदगाह का हामिद और उसके साथी नदेसर स्थित ईदगाह की तरफ रुख करते हैं।
जब भी मैं इस दुनिया से विदा लूं, पढ़ते हुए बच्चे मेरे आस-पास हों
अपर्णा -
हमारा राष्ट्र तभी खुशहाल होगा जब हर वर्ग के लोग तरक्की करेंगे। समाज में धन का समान वितरण बहुत आवश्यक है, इसके अभाव में राष्ट्र का विकास अधूरा ही रहेगा। बिना मुस्कुराए आप दूसरों के चेहरे पर मुस्कुराहट नहीं ला सकते। जब समाज के हर तबके का पेट भरने लगेगा और देश का हर बच्चा पढ़ने लगेगा तब आप मुस्कुरा सकते हैं और कह सकते है कि हमारा देश तरक्की कर रहा है।
एलजीबीटी समुदाय के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
वाराणसी। करौंदी स्थित वल्लभ भाई पार्क में बृहस्पतिवार को बनारस की ओर से एलजीबीटीक्यूआई प्लस समुदाय के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।...
सर्व सेवा संघ खाली कराये जाने के विरोध में प्रतिरोध सभा की गई
वाराणसी। राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ परिसर को पुलिस बल प्रयोग कर प्रशासन और रेलवे द्वारा खाली कराए जाने के विरोध में गांधी जनों...
बीएचयू में मणिपुर हिंसा को तुरंत रोकने व पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मोमबत्ती मार्च हुआ
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर के अध्यापकों द्वारा मणिपुर में हिंसा पर रोक लगाने की अपील।
कंडल विजिल के माध्यम से पीड़ितों के साथ संवेदना व्यक्त...
सर्व सेवा संघ को जबरन ढहाने पहुँचे अमले के पास कोर्ट का कोई आदेश नहीं था
अपर्णा -
अफलातून दीवाल पर लगी एक नोटिस की तरफ इशारा करते बताते है कि एविक्शन का एक आर्डर 27 जून को आया था (जो सर्व सेवा संघ के प्रकाशान भवन के सामने चस्पा था) जिसमें 30 जून तक खाली करने का आदेश था। जब सुप्रीम कोर्ट का आदेश एक बार आ गया तो उन्हें एविक्शन का एक फ्रेश आर्डर देना चाहिए था। क्या ऐसा कोई आर्डर अभी प्रशासन के पास है या प्रशासन ने सर्व सेवा संघ को ऐसी कोई नोटिस हाल-फ़िलहाल में जारी की है?
मुनाफ़े की गंगा में कॉर्पोरेट की बढ़ती ताकत से आजीविका विहीन होता बनारस का माँझी समुदाय
अपर्णा -
ऐसा ही आंदोलन सन दो हजार उन्नीस की पहली जनवरी से शुरू हुआ था, जब मांझी समुदाय ने पहली बार गंगा में क्रूज चलाने के विरोध में नावें किनारे से बांध दी और अस्सी से राजघाट तक अपील की कि कोई भी अपनी नाव नहीं चलाएगा। मांझी समुदाय की मांग थी कि क्रूज को पहले से तय किए गए रास्ते खिड़किया घाट से दशाश्वमेघ घाट तक ही चलाया जाए न कि अस्सी घाट तक। वैसे तो पूरा मांझी समुदाय क्रूज के संचालन से ही नाराज था लेकिन जब उद्घाटन हो गया तो उन लोगों ने क्रूज को तय रास्ते पर चलाए जाने की मांग रखी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर बोला हमला, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिया फूल
रायपुर और गोरखपुर के बाद प्रधानमंत्री पहुँचे वाराणसी, 12,000 करोड़ रूपये की योजनाओं की घोषणा की
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पक्ष-विपक्ष दोनों अपने-अपने तरीके...
कर्मकांड के लोटे से बंधा संस्कार और बच्चों के जलते हुए पाँव
8 मई की दोपहर शुरू होने में अभी दो घंटे बाकी हैं लेकिन वातावरण में गर्मी काफी भर चुकी है। घाटों पर दिखनेवाले अधिकांश...
बनारस में G-20 का जश्न, शहर के बुनकरों द्वारा कबीर जन्मोत्सव मनाने पर लगा सरकारी प्रतिबंध
आखिर संत कबीर को क्यों सहन नहीं कर पा रही है यूपी सरकार? G-20 जश्न की वजह से शहर के बुनकर कबीर जन्मोत्सव पर...
मृत्युभोज का बहिष्कार-रूढ़ियों और सड़ी-गली परम्पराओं से बाहर आ रहा समाज
मेरे गाँव में अनेक ऐसे परिवार थे जिनके पास अपने परिजनों की तेरहवीं करने की स्थिति नहीं थी। लेकिन पुरोहितों के दबाव के आगे वे इतने मजबूर हो जाते थे कि उन्हें तेरही करनी पड़ती थी। पुरोहित पूर्वजन्म और पुनर्जन्म का भय दिखाता कि अगर ठीक से तेरही नहीं करोगे तो मृतक प्रेत बनकर भटकता रहेगा। महाजन इस ताक में रहता कि पुरोहित के कहने पर ये किसान-मजदूर कर्ज़ लेने उसी के पास आएंगे।
सिर्फ सड़कों तक जी20 की तैयारी, तालाबों और कुंडों को भूल गये
मुख्य मांगें :मोतीझील, सोनिया तालाब, पांडेयपुर तालाब सहित अनेक तालाबों और कुंडों को अतिक्रमण व कचरे मुक्त किए जाने की मांग। असि और वरुणा...
सभी को सस्ती, बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधा निकटतम दूरी पर उपलब्ध हो
स्वास्थ्य के अधिकार कानून बनाने के पक्ष मे हस्ताक्षर कराये गए
केंद्र एवं राज्य स्तर पर स्वास्थ्य आयोग का गठन हो
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को भेजा जाएगा ज्ञापन
वाराणसी...
राजातालाब तहसील में लटकाया जा रहा है सैकड़ों आय, निवास और जाति प्रमाणपत्र
अपने हक की जानकारी न होने के कारण ही लोग तहसील में शिकायतों की अर्जियां लेकर भटकते नजर आते हैं। जनहित गारंटी अधिनियम के तहत हर काम का समय तय है। आप सात दिन में शैक्षणिक कार्य हेतु जाति आय निवास प्रमाण जारी करवा सकते हैं। इसमें देरी होती है तो आप अपील कर मुआवजा लेने के लिए क्लेम कर सकते हैं।
हाथरस गैंगरेप में जल्द न्याय दिलाने के लिए किया गया प्रदर्शन
हाथरस में हुए जघन्य गैंगरेप हत्याकांड मामले में कई वर्ष बाद भी न्याय न मिलने पर आक्रोश जताते हुए दखल संगठन की ओर से...
बनारस में ब्रश बनाने वाली कामगारों को न्यूनतम मज़दूरी तक नहीं लेकिन कटौती अनिवार्य
अपर्णा -
अभी तक मैं जितनी महिला कामगारों से मिली हूँ उनमें से कुछ को छोड़ लगभग सबने कम मजदूरी की बात की है। यह किसी एक जगह की बात नहीं है। इसका मतलब यह है कि नियोक्ताओं ने मजदूरी, दाम और मुनाफ़े की जो व्यवस्था बनाई है वह मजदूर की न्यूनतम मजदूरी का भी अधिकतम हिस्सा हड़प लेने वाली है।

