Thursday, March 28, 2024
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कांग्रेस को हल्के में लेना भाजपा को भारी पड़ सकता है

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए, कांग्रेस और कांग्रेस की राष्ट्रीय महामंत्री उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी की चुनावी रणनीति, क्या अब भाजपा के नेताओं और चुनावी रणनीतिकारों की नजर में भारी पड़ती हुई दिखाई दे रही है? यदि बीते 2021 के वर्ष की बात करें तो, वर्ष के प्रारंभ तक देश के राजनीतिक पंडित […]

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए, कांग्रेस और कांग्रेस की राष्ट्रीय महामंत्री उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी की चुनावी रणनीति, क्या अब भाजपा के नेताओं और चुनावी रणनीतिकारों की नजर में भारी पड़ती हुई दिखाई दे रही है?
यदि बीते 2021 के वर्ष की बात करें तो, वर्ष के प्रारंभ तक देश के राजनीतिक पंडित विश्लेषक मुख्यधारा की मीडिया और भाजपा के नेता कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में वजूदहीन पार्टी मान रहे थे और कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में केडरहीन पार्टी मानकर, कांग्रेस के नेताओं खासकर सोनिया गांधी प्रियंका गांधी और राहुल गांधी पर यह आरोप लगाते हुए नजर आते थे कि गांधी परिवार उत्तर प्रदेश में केवल पिकनिक मनाने आते हैं।
जैसे-जैसे 2021 का साल खत्म होने लगा वैसे-वैसे कांग्रेस की राष्ट्रीय महामंत्री उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी अपने मिशन उत्तर प्रदेश फतेह को लेकर आगे बढ़ती हुई दिखाई देने लगीं। उत्तर प्रदेश चुनाव में महिलाओं को 40% टिकट देने की घोषणा के बाद, देश के राजनीतिक पटल पर यह सवाल खड़ा हुआ कि कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में 40% महिलाओं को उम्मीदवार बनाने की घोषणा तो कर दी है मगर कांग्रेस 40% महिलाएं लाएंगी कहां से क्योंकि उत्तर प्रदेश में तो कांग्रेस का मजबूत केडर ही नहीं है।
लेकिन प्रियंका गांधी ने आहिस्ता-आहिस्ता देश के राजनीतिक विश्लेषकों और पंडितों के इस भ्रम को दूर करना शुरू किया।
महिला आरक्षण के बाद कांग्रेस उत्तर प्रदेश चुनाव में महिलाओं के लिए अलग से घोषणा पत्र लेकर आई और प्रदेश भर में महिला संवाद और महिला मैराथन दौड़ का शुभारंभ किया। महिला संवाद और मैराथन दौड़ में महिलाओं की अपार भीड़ ने राजनीतिक पंडितों विश्लेषकों और भाजपा के नेताओं का ध्यान कांग्रेस की तरफ खींचना शुरू किया।
भाजपा के नेता अभी तक उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी टक्कर समाजवादी पार्टी से मान रहे थे, शायद अब भाजपा के नेताओं को भी यह महसूस होने लगा है कि जिस कांग्रेस को वह कछुआ मान रही थी वह तो खरगोश से आगे निकलता हुआ दिखाई दे रहा है? यही वजह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब कांग्रेस पर भी फोकस डालने लगे हैं।शुक्रवार को योगी आदित्यनाथ ने एक चुनावी सभा में कांग्रेस को आड़े हाथों लिया।योगी आदित्यनाथ के भाषण से लगता है कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस को गंभीरता से लेने का मन बना लिया है? कांग्रेस लगभग चार दशक से उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर है, इसलिए मौजूदा चुनाव में सत्ता पक्ष भाजपा के नेताओं के पास कांग्रेस के खिलाफ बोलने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है भाजपा के नेता उत्तर प्रदेश चुनाव में भी कांग्रेस को लेकर वही घिसा-पिटा मुद्दा की कांग्रेस सरकार ने देश में 70 साल तक राज करने के बाद भी कुछ नहीं किया, भाजपा के बार-बार इस बयान को देने से जनता भी ऊब सी गई है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से कांग्रेस खड़ी होते हुए दिखाई दे रही है, उत्तर प्रदेश की 60% से अधिक जनता के लिए कांग्रेस उत्तर प्रदेश चुनाव में नई पार्टी के रूप में दिखाई दे रही है क्योंकि लगभग 60% जनता ने उत्तर प्रदेश में कभी कांग्रेस का शासन नहीं देखा था! सवाल वही है क्या भाजपा कांग्रेस को अब गंभीरता से लेने लगी है?
    
देवेंद्र यादव कोटा (राजस्थान) में पत्रकार हैं। 
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