सत्ता की मनमानी के खिलाफ पीड़ित मुसहरों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन
भुवाल यादव, संवाददाता, गाँव के लोग डॉट कॉम
सामाजिक कार्यकर्ता और वकील प्रेम प्रकाश सिंह यादव ने कहा कि स्थानीय प्रशासन को द्विपक्षीय वार्ता कर मामले का सर्वमान्य हल निकालना चाहिये था। उनका घर छीन लेना किसी भी दशा में उचित नही है। ये क्रूरता की हद है। प्रेम प्रकाश ने कहा कि यदि मुसहरों को पुनः बसाने के बारे में सहानूभूति का रवैया अख्तियार नही किया, तो हम चुप नही बैठेंगे।
सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि जिस जमीन को मुसहर परिवारों ने अपना समझ लिया था, समझा ही नहीं था बल्कि, वह जमीन उनके नाम से है भी। अब उसी जमीन पर स्थानीय प्रशासन अपना हक जताने लगा है। मानवीय संवेदनाओं को दरकिनार कर मुसहरों को उजाड़े जाने की घटना की हम सब सामाजिक संगठन के लोग घोर निंदा करते हैं। प्रशासन का यह रवैया मानवता को शर्मशार करने वाला है। जनता सरकार का चुनाव अपने कल्याण के लिए करती है, न कि शोषण के लिए। लेकिन आप पीड़ित मुसहरों के प्रति प्रशासन का रवैया देखिए, प्रशासन नंगा और आततायी रूप में दिख रहा है।