कोई चोर किसी देश का शासक बन जाय तो क्या हो? वैसे मैं यह मानता हूं कि शासक हमेशा चोर ही होते रहे हैं। भारतीय संदर्भ में तो यह बात एकदम शत-प्रतिशत सच है। वजह यह कि भारतीय शासकों ने वर्चस्ववादी सामाजिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए तमाम तरह के तिकड़म किये और एक तरह से बहुसंख्यक आबादी को उसके वाजिब हक से वंचित रखा। तो मेरे हिसाब से ऐसे सारे शासक जिन्होंने बहुसंख्यक आबादी को उसका वाजिब हक नहीं दिया, वे चोर ही थे और हैं भी।

नरेंद्र मोदी को मैं भारत का प्रधानमंत्री नहीं मानता। वह इस देश के अघोषित राजा हैं। अब वह चाहें सो करें। यह उनकी मर्जी पर निर्भर करता है। संसद काे उन्होंने महत्वहीन बना दिया है। और न्यायपालिका को इतना मजबूर कि वह केवल रेंग सकती है। मीडिया के बारे में किसी तरह की टिप्पणी की आवश्यकता नहीं है।

नवल किशोर कुमार फ़ॉरवर्ड प्रेस में संपादक हैं।
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