‘राजनीति में प्रतिरोध का धर्म’ के बहाने समाजवादी सोमनाथ त्रिपाठी को याद किया गया
वल्लभाचार्य पाण्डेय


उनके अनन्य मित्र और आपातकाल में जेल गए लोकतंत्र सेनानी अशोक मिश्र ने मोबाइल से सन्देश में कहा कि वर्तमान समय में जब उस साथी की सख्त जरूरत है, वे भौतिक संसार से अलग हो गए,यह अत्यंत दुखद है। हम दोनों एक साथ कोरोना के शिकार हुए। मैं हूँ, वे नहीं है। लेकिन आज हमारी स्थिति ऐसी है कि उनकी स्मृति में आयोजित आयोजन में भी हिस्सा लेने में असमर्थ हूँ।