Tuesday, November 5, 2024
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पूर्वांचल का चेहरा - पूर्वांचल की आवाज़

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शासन-प्रशासन के भरोसे सामाजिक एकता की कामना दिवास्वप्न है

अगर आपको यह लगता है कि भारत में जातिवाद खत्म हो गया है, तो शायद आप गलत सोच रहे है। ताजा उदाहरण है लाइन...

दलित उत्पीड़न वार्षिकी-2023 : नहीं थमी घटनाएँ, कहीं हत्या तो कहीं पेशाब पिलाने का हुआ अपराध

एक और साल अब अलविदा कहने को तैयार है। दुनिया एक नए साल के स्वागत के इंतजार में खड़ी है। यह विश्लेषण का वक्त...

बहुजन समाज का भ्रम है कि जाति-प्रथा कमजोर पड़ रही है

गाँवों से शहरों में आकर बसे दलित वर्ग के लोग इस भ्रम में जी रहे हैं कि वक्त के साथ-साथ जाति-प्रथा कमजोर पड़ती जा...

बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में जलाई गयी मनुस्मृति की प्रतीकात्मक प्रतियां

वाराणसी। बनारस हिन्दू विश्वविदद्यालय में 25 दिसंबर को मनुस्मृति की प्रतीकात्मक प्रतियाँ जलाई गईं। भगत सिंह छात्र  मोर्चा के  8-10 की संख्या में छात्रों...

कानपुर : ‘बुद्ध कथा’ कार्यक्रम में हमले के खिलाफ न्याय के लिए तेज हुआ संघर्ष

पुलिस द्वारा जांच के लिए गए संयुक्त कमिश्नर आनंद प्रकाश ने घटना को लेकर ब्राह्मण समाज द्वारा लगाए गए आरोप 'पिछले साल आयोजित कथा में ब्राह्मण की मूर्ति पर कालिख पोतने और उसे जूतों की मामला पहनाने की वजह से ब्राह्मण समाज आक्रोशित था' को पूरी तरह से निराधार बताया है।

ठाणे : आदिवासियों को बंधुआ मजदूर बनाने के आरोप में दो गिरफ्तार

ठाणे (भाषा)। महाराष्ट्र के ठाणे जिले के एक गांव में आदिवासी व्यक्तियों के समूह को बंधुआ मजदूर बनाने और उनका शारीरिक उत्पीड़न करने का...

जौनपुर में दलित लड़के की पिटाई के बाद पेशाब पिलाने के मामले में पिता-पुत्र समेत चार पर FIR

जौनपुर (भाषा)। जिले के सुजानगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में कुछ लोगों ने 14 वर्षीय दलित लड़के की कथित तौर पर पिटाई कर...

अभी बसे भी नहीं थे कि आ गई उजाड़ने की धमकी, अब सफाईकर्मियों को कहाँ बसाएगी सरकार

वाराणसी। कई बार उजड़ और उखड़ कर, बस अभी पाँव थमे ही थे कि फिर से उखड़ जाने का आदेश पारित हो गया है।...

जहं-जहं पांव पड़े मंत्रिन के…!

किसी ने सच कहा है- डेमोक्रेसी में मंत्री होना बड़ी फजीहत का काम है। जो कहीं डेमोक्रेसी अपने इंडिया टाइप की हो‚ तब तो...

भोज मंत्री का, पनीर प्रधान का, चूल्हा रिश्तेदार का, घी बाजार का, केवल आग दलित की

मिर्जापुर। चुनाव करीब है और चुनावी छल के 'खेल' भी शुरू हो चुके हैं। जिस तरह शतरंज के खेल में जीतता हमेशा राजा है...

वर्चस्ववादी जातियां यथास्थिति को ही बनाए रखना चाहती हैं।

जाति व्यवस्था के बारे में यह कहना प्रासंगिक नहीं होगा कि जाति से मुक्ति अथवा जाति उन्मूलन किसी प्रकार की परियोजना के तहत संभव...

वर्षों से जाति प्रमाण पत्र के अभाव में नौकरी के मौके गँवाते दलितों को राजस्व विभाग नहीं मानता दलित

जौनपुर। मेरा सवाल सुनकर कमैता के चेहरे का भाव उड़ गया। मासूम- सा दिख रहा यह चेहरा अब लाल सुर्ख हो गया। अभी तक...

सागर जिले में पटवारी रिकॉर्ड पर जमीन दर्ज न होने से परेशान है दलित समुदाय

देश का हदय कहे जाने वाले सागर जिले को हरिसिंह गौर की नगरी भी कहते हैं। जिला व्यापक होने से कई वार्डों में बंटा है। यहाँ अंबेडकर वार्ड में करीब 400 परिवारों (दलित) सालों से बसे हैं। लेकिन इनकी जमीन पटवारी रिकॉर्ड में नहीं दर्ज है। जबकि, अपने-अपने जमीन की रजिस्ट्रियां लोगों के पास हैं। ऐसे में निवासी जमीन पर अपना अधिकार जताने में असमर्थ हैं।

नहीं रुक रहे दलितों पर अत्याचार, भूमि विवाद में गर्भवती महिला सहित उसके पिता-पति की हत्या

वारदात के बाद जिले भर की फोर्स और पीएसी की तीन बटालियन मौके पर पहुंच गई है। एसपी और प्रशासन के अफसर हालात को कंट्रोल करने की कोशिश रहे हैं। इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया है। जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी गई है। पुलिस के अनुसार, इस मामले में अभी तक छह लोगों को नामित किया गया है। जिसमें एक की गिरफ्तारी हो चुकी है। अन्य लोगों के तलाश के लिए पुलिस की आठ टीमें लगाई गई है।

कहीं दलित जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा भाजपा को भारी न पड़ जाए

इससे बड़ी त्रासदी क्या होगी कि जब 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन किया जा रहा था। ठीक उसी समय जंतर- मंतर...

काशी में चिता की राख से ज़िंदगी का राग ढूँढने वाला समुदाय

वाराणसी। जिले के मणिकर्णिका घाट पर कुछ दूर चलने के बाद शवदाह स्थल के पास पहुंचकर मैं रुक गया। वहाँ पर मैंने चार-पाँच की...

वाराणसी : बच्चों की ऊंची पढ़ाई के साथ अपनी पढ़ाई का सपना पूरा कर रही हैं सुमन

शिक्षा के बारे में डॉ. अंबेडकर का कहना है कि वह शेरनी का दूध है जो भी पिएगा वह दहाड़ेगा। सुमन को देखकर लगता है कि वह भी शेरनी का दूध पी रही हैं। उनमें जो आत्मविश्वास है वह उन्हें किसी जगह झुकने नहीं देगा। एक माँ के रूप में वह अपने बच्चों की उच्च शिक्षा का सपना देखती हैं। लेकिन स्वयं अपने भी अधूरे सपने को पूरा करने में जी जान से लगी हैं।

आरक्षण नहीं भागीदारी और हिस्सेदारी की बात होनी चाहिए

तीन मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच जारी संघर्ष से मणिपुर जल रहा है, जिसकी तपिश पूरा देश महसूस कर रहा है।...

पटकथा के एक पात्र भर हैं सीधी के शुकुल, पिक्चर अभी बाकी है

सीधी के पेशाब-काण्ड पर अनेक प्रतिक्रियाएं आ चुकी हैं। शब्दों में, भावनाओं में, प्रदर्शनों में, आलोचनाओं में, निंदाओं में, भर्त्सनाओं में, कुछ ने खूब...

भाजपा शासित राज्यों में नहीं थम रहे दलितों-आदिवासियों-मुस्लिमों पर अत्याचार

मीडिया के पूरी तरह गोदी मीडिया बन जाने के बाद उसका काम केवल सत्ता के जूते चमकाना भर रह गया है। वह लगातार चीख-चीख...

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