मैं व्यंग्य की भाषा में कह रहा हूं कि नीतीश कुमार का कहना एकदम जायज है। आज की ही बात कर लिजीए कि दिल्ली से प्रकाशित जनसत्ता में यह खबर नहीं छपी है कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के परिसर में 99 कार्टन शराब की बोतलें मिली हैं। कायदे से जनसत्ता को यह खबर छापनी चाहिए थी, लेकिन उसने नहीं प्रकाशित किया। उसके लिए यह खबर ही नहीं है। वजह यह कि जनसत्ता भी नीतीश कुमार का खास ख्याल रखनेवाले अखबारों में एक है। लेकिन नीतीश कुमार हैं कि एकाध खबर छपते ही भड़ास निकालने लगते हैं।
दिल्ली में ओबीसी, एससी, एसटी और अल्पसंख्यकों के एक कार्यक्रम में (डायरी 19 दिसंबर, 2021)

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