2002 में धन शोधन रोकथाम कानून के बनाए जाने के बाद अबतक कुल 4700 मामलों की जांच ईडी ने की है। इन मामलों के तहत 313 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और विभिन्न अदालतों द्वारा पारित अंतरिम आदेशों के जरिए करीब 67000 करोड़ रुपए की वसूली की गयी है। कल ही भारत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को यह जानकारी दी कि नीरव मोदी और मेहुल चौकसी से संबंधित मामलों में अब तक 18 हजार करोड़ रुपए वसूले गए हैं। मजे की बात यह कि कल जब भारत सरकार सुप्रीम कोर्ट में खड़े होकर अपनी पीठ खुद थपथपा रही थी तब जजों की खंडपीठ ने यह सवाल भी पूछा कि 20 सालों में केवल 313 गिरफ्तारियां?
अभी कल की ही बात करता हूं। कल महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। अखबारों में ईडी के हवाले से जो खबर सरकारी तंत्र द्वारा छपवायी गयी है, उसके अनुसार नवाब मलिक का संबंध दाऊद इब्राहिम आदि से रहा है। यह अत्यंत ही दिलचस्प है कि चुनाव उत्तर प्रदेश में हो रहे हैं और खेल महराष्ट्र में खेला जा रहा है। वैसे सियासत की पढ़ाई करनेवालों के लिए यह अच्छा विषय है कि सत्ता किस तरह का व्यवहार कर सकती है। कल ही राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने अपने बयान में कहा कि केंद्र सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए जीवन एक चक्र है। वहीं शिवसेना के नेता संजय राऊत ने कहा कि भाजपा के नेतागण 2024 तक इंतजार करें, उसके बाद उनके गड़े मुर्दे भी उखाड़े जाएंगे।

गाडगे महाराज की यात्राओं के बारे में आप कितना जानते हैं? (डायरी 23 फरवरी, 2022)
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