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पूर्वांचल का चेहरा - पूर्वांचल की आवाज़
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बिहार
संस्कृति
‘ढाई आखर प्रेम’ की यात्रा ने झारखंड में अलख जगाया
गाँव के लोग
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April 28, 2022
आज़ादी के पचहत्तरवें वर्ष में प्रवेश के साथ ही समूचे देश में नफरत की आँधी तेज़ की जा रही है। सामान्य जन अपने प्रजातांत्रिक...
विचार
बोलो हुक्मरान– जमीन किसकी? (डायरी 19 फरवरी, 2022)
गाँव के लोग
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February 19, 2022
जमीन बहुत महत्वपूर्ण संसाधन है। यह बात वही समझ सकता है जिसके पास जमीन नहीं है। भारत में अभी भी बड़ी आबादी है जिसके...
विचार
राजनीतिक झुनझुना और बिहार डायरी (24 जनवरी, 2022)
गाँव के लोग
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January 24, 2022
बाजदफा बचपन बहुत याद आता है। इस वजह से नहीं कि मेरा बचपन बहुत सुख में बीता अथवा दुख में। याद आने की वजह...
विचार
नीतीश कुमार ने फिर की आठ पिछड़ों की ‘हत्या’ (डायरी 16 जनवरी, 2022)
गाँव के लोग
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January 16, 2022
आह! फिर आठ लोग मारे गए। जो मारे गए, वे पिछड़े समाज के थे। महत्वपूर्ण बात यह कि ऐसी घटनाओं में मरनेवाले सवर्ण नहीं...
विचार
अदालतों में भ्रष्टाचार (डायरी 9 जनवरी, 2022)
गाँव के लोग
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January 9, 2022
राष्ट्रवाद और राज्य अस्मिता दो ऐसे शब्द हैं, जिन्होंने क्रमश: भारत और बिहार के स्तर पर मुझे लिखने को बाध्य किया है। राष्ट्रवाद तो...
विचार
कानून जरूर बनाइए, लेकिन छलकाइए मत (डायरी 27 दिसंबर, 2021)
गाँव के लोग
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December 27, 2021
बचपन एक लिहाज से अच्छा था। शिक्षकगण पढ़ाने से अधिक रटवाते थे। मन भी तब पढ़ता कहां था। रटने में ही दिन निकल जाता...
विचार
सोवियत संघ के विघटन के बाद की दुनिया, मेरा देश और मेरा समाज (डायरी 26 दिसंबर, 2021)
गाँव के लोग
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December 26, 2021
कल दोपहर की बात है। पटना से एक परिचित का फोन आया। आए दिन ऐसा होता है कि पटना से कोई न कोई परिचित...
विचार
कफनचोर (डायरी 6 नवंबर, 2021)
गाँव के लोग
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November 6, 2021
साहित्य को लेकर एक सवाल मेरी जेहन में हमेशा बना रहता है। सवाल यही कि उस साहित्य को क्या कहा जाय, जिसके पात्र और...
विचार
बचाव के लिए रखा हथियार भी आदमी को हिंसक बनाती है ( डायरी 17 अक्टूबर, 2022)
गाँव के लोग
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October 17, 2021
हस्तीमल हस्ती का एक शेर है–बैठते जब हैं खिलौने वो बनाने के लिए, उन से बन जाते हैं हथियार ये किस्सा क्या है। यह...
विचार
सत्ता और जनसत्ता (डायरी, 13 अक्टूबर 2021)
गाँव के लोग
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October 13, 2021
जीवन को लेकर मेरी एक मान्यता है। यह मान्यता विज्ञान पर आधारित है। मेरी मान्यता है कि ब्रह्मांड में कुछ भी स्वतंत्र नहीं है।...
विचार
हिंसा का उत्सव जायज नहीं (डायरी 12 अक्टूबर, 2021)
गाँव के लोग
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October 12, 2021
आडंबर और पाखंड से कोई धर्म नहीं बचा हुआ है। या कहिए कि हर धर्म में केवल और केवल आडंबर और पाखंड ही है।...
विचार
बिहार के पिछड़ों का शैक्षिक संघर्ष और उपलब्धियां
गाँव के लोग
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October 11, 2021
संघ लोक सेवा द्वारा आयोजित भारतीय सिविल परीक्षा 2020 के परिणाम में शुभम कुमार ने प्रथम स्थान हासिल कर बिहार का मान बढ़ाया है।...
विचार
साजिश की थ्योरी (डायरी 11 अक्टूबर 2021)
गाँव के लोग
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October 11, 2021
सियासत में और सियासत को समझने में आवश्यक अध्ययन में एक थ्योरी होती है। इसे मैं षडयंत्र की थ्योरी मानता हूं। इसमें होता यह...
विचार
अराजकता फैलती नहीं, फैलाई जाती है… (डायरी 4 अक्टूबर, 2021)
गाँव के लोग
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October 4, 2021
कल उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक नरसंहार को अंजाम दिया गया। जैसी खबरें मुझे प्राप्त हुई हैं, उनके हिसाब से चार किसान...
विचार
दास्तां कलमकसाइयों की (डायरी,3 अक्टूबर, 2021)
गाँव के लोग
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October 3, 2021
कोई भी समाज कितना सभ्य और विकसित है, इसके कई पैमाने हैं। इनमें से एक पैमाना यह कि सबसे कमजोर तबके के लोगों के...
विचार
चरणजीत सिंह चन्नी, लालू प्रसाद और जीतनराम मांझी डायरी (1 अक्टूबर, 2021)
गाँव के लोग
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October 1, 2021
बदलाव की अनेक परिभाषाएं मुमकिन हैं। सबसे महत्वपूर्ण यह कि बदलाव अदिश नहीं होते। उनके साथ एक दिशा होती ही है। और फिर यह...
विचार
पंचायतों से विधानसभा और लोकसभा, केवल मौजां ही मौजां नहीं, अनाथ होते बच्चे और विधवा होती महिलाएं भी हैं (डायरी- 23 अगस्त, 2021)
गाँव के लोग
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August 23, 2021
बिहार में पंचायती राज निकायों के चुनावों को वहां की सरकार ने सहमति दे दी है। बीते दिनों राज्य मंत्रिपरिषद ने भी इस फैसले...
सामाजिक न्याय
दशरथ माँझी का जज़्बा शाहजहां के जज़्बे से कम नहीं है
गाँव के लोग
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August 18, 2021
पुण्यतिथि पर याद करते हुये आज माउंटेन मैन कहे जाने वाले दशरथ माँझी की पुण्यतिथि है। यदि मुझसे पूछा जाय कि आप उन पाँच...
विचार
विमल, कंवल और उर्मिलेश (पहला भाग) डायरी (10 अगस्त, 2021)
गाँव के लोग
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August 10, 2021
साहित्य और समाज के बीच अंतर्संबंध रहा है। दोनों को हवा-पानी-मिट्टी सब प्रभावित करते हैं। वैसे भी जिस समाज और जिस साहित्य पर हवा-पानी-मिट्टी...
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शहीद भगत सिंह : साम्राज्यवाद के नए दौर में बढ़ती जा रही प्रासंगिकता
March 23, 2025
ट्रंप के बदले तेवर के पीछे की राजनीति और अर्थनीति क्या है?
March 22, 2025
आज के परिपेक्ष्य में संवैधानिक मूल्य बचाने के लिए लोकतंत्र को सशक्त करने की जरूरत
March 22, 2025
बरगढ़ किसान महापंचायत : अनियंत्रित कारपोरेट लूट और संकट में पड़ते जा रहे किसानों के सवाल पर भारी जुटान
March 22, 2025
घटिया और नकली दवाएं दे रहीं हैं जन स्वास्थ्य को बड़ी चुनौती
March 22, 2025