Sunday, May 19, 2024
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भाजपा और आरएसएस की हिंदुत्ववादी मानसिकता स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के लिए सबसे बड़ा खतरा है

बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर ने देश में हिंदुत्ववादी ताकतों के मंसूबों को भापते हुए उस समय जो चिंता व्यक्त की थी वह अब पहले से कहीं ज्यादा खतरनाक स्थिति में पहुँच चुकी है। ऐसे में हमें आपसी भाई चारे को बनाये रखते हुए बीजेपी और आरएसएस के लोगों से दूर रहने की जरूरत है।

आरएसएस प्रमुख और भाजपा, आरक्षण समीक्षा की आड़ में पिछड़ों को उचित प्रतिनिधित्व से दूर रखने की मंशा रखते हैं

कुछ समय पहले तक आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ओबीसी आरक्षण के सख्त खिलाफ थे और आरक्षण को लेकर लगातार विरोध में बयान दिया करते थे लेकिन चुनाव आते ही उनके सुर बदल गए क्योंकि देश में ओबीसी का बड़ा वोट बैंक हैं।

अग्निवीर योजना : दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक युवाओं के खिलाफ भाजपा-आरएसएस की बड़ी साजिश

अग्निवीर योजना की शुरुआत एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है। भारतीय सेना में दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक युवाओं को शामिल होने से रोकने के लिए एक गहरा इकोसिस्टम तैयार किया गया है। नरेंद्र मोदी और आरएसएस द्वारा तैयार की गई इस रणनीति को समझना एक सामान्य भारतीय नागरिक के लिए आसान नहीं है।

भाजपा-आरएसएस की राजनीति हमेशा से ही दलित,पिछड़ा,अल्पसंख्यक विरोधी रही है

भाजपा और आरएसएस हमेशा से दलित,ओबीसी विरोधी रहे हैं। देश के संविधान को बदलने के लिए इस चुनाव में 400 पार का नारा दिया लेकिन संविधान बदलने और आरक्षण खत्म करने को लेकर जनता की तरफ से आ रहे विरोध को देखते हुए इन्होंने चुनाव का नेरेटिव बदल इनके शुभचिंतक होने की बात बार-बार दोहरा रहे हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह चुनावी मंचों से मातृशक्ति और स्त्री सशक्तिकरण के खोखले दावे करते हैं

अपने चुनावी भाषणों में देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री देश की महिलाओं को मातृ शक्ति का दर्जा दे सम्मान की बात कर रहे हैं लेकिन उनके मुंह से भाजपा के कथित गुंडों और बलात्कारियों द्वारा की गई करतूतों पर एक बोल नहीं निकलता। आरएसएस की शाखाओं में शामिल होने वाले युवाओं को कभी नारी सम्मान की बात नहीं सिखाई जाती।

संविधान और आरक्षण के मुद्दे पर विश्वास लायक नहीं हैं संघ और मोदी  

लोकसभा चुनावी भाषणों में अराक्षण और संविधान को लेकर मोदी और संघ के सुर इधर बदले हुए सुनाई दे रहे हैं लेकिन वास्तविकता यही है कि आरएसएस और भाजपा का निर्माण हिंदुत्ववादी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए हुआ। इस कारण संघ अपने जन्मकाल से लेकर आज तक लोकतंत्र, संविधान, सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता का स्वाभाविक हिमायती न बन सका। आज भी 400 सीट पाने का मुख्य उद्देश्य आसानी से संविधान में बदलाव करते हुए आरक्षण को पूरी तरह से खत्म करना है।

Lok Sabha Election : अखिलेश यादव ने कहा, वोट के लिए आरएसएस के सुर बदल गए हैं

एटा में जनसभा को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष ने आरएसएस पर निशाना साधा।

गैर कांग्रेसवाद के गर्भ से निकली सांप्रदायिक सरकार के मुखिया की हताशा क्या कहती है?

सन 1950 से 1977 अर्थात 27 सालों में जनसंघ को सिर्फ छह प्रतिशत मतदाताओं ने पसंद किया था लेकिन 1963 के बाद डॉ. राम मनोहर लोहिया के गैर कांग्रेसी राजनीतिक कदम के चलते शिवसेना से लेकर मुस्लिम लीग और जनसंघ जैसे घोर सांप्रदायिक दलों के साथ गठजोड़ की वजह से जनसंघ को बहुत लाभ हुआ। इस लेख में जाने-माने लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ सुरेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीतिक विरासत के बहाने उनकी हताशा पर बात कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी पद की गरिमा के प्रतिकूल बातें क्यों कर रहे हैं?

वर्ष 2014 के बाद देश की स्थिति से सभी वाकिफ हैं। बीजेपी ने सांप्रदायिक घृणा फैला कर ध्रुवीकरण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी और इस काम का नेतृत्व किसके हाथ में है, सभी जानते हैं। इन्हीं बातों को उल्लेखित करते हुए डॉ सुरेश खैरनार ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम खुला पत्र लिखा।

Lok Sabha Election : क्या संविधान को बचाने से बढ़कर इस बार कोई दूसरा बड़ा चुनावी मुद्दा है?

नरेंद्र मोदी 400 सीट जीतने के बाद संविधान बदलने की बात कई बार कह चुके हैं लेकिन इधर मोदी कह रहे हैं कि इस चुनाव में उन लोगों को सजा मिलेगी जिन्होंने संविधान के खिलाफ जाकर काम किया। ऐसे में मतदाता यह समझ लें कि कौन संविधान विरोधी है और किसे सजा दी जाये।

भारतीय संविधान के यम : नरेंद्र मोदी

सरकारी शिक्षण संस्थाओं को निजी हाथों में सौंपने के बाद देश के प्रधानमंत्री अब आरक्षण और संविधान को ही खत्म कर देने पर तुले हुए हैं। इसके लिए भाजपा को 400 के आंकड़े को पार करना होगा। भाजपा इसमें कितना कामयाब होती दिख रही है... पढ़िए एच एल दुसाध का लेख

Loksabha chunav : क्या हथियाराम मठ और संघ का गठजोड़ ग़ाज़ीपुर लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी की नैया पार लगाएगा?

भाजपा से पारस नाथ राय को टिकट मिलने के बाद से ही जखनिया स्थित हथियाराम मठ चर्चा के केंद्र में है। गाजीपुर लोकसभा सीट पर भाजपा के प्रत्याशी उतारने में हथियाराम मठ की क्या भूमिका है?

पाखंड को बढ़ावा देने वाली पार्टी है भाजपा, अवैज्ञानिक सोच और धार्मिक कट्टरता का कर रही प्रसार

केंद्र की राजनीति में भाजपा भले ही सबसे बड़े दल के रूप में स्थापित हो लेकिन जनता के लिए उसने केवल धार्मिक नेरेटिव गढ़ने के अलावा कोई काम नहीं किया। जिसके परिणामस्वरूप देश के हर धर्म में कट्टरता सिर चढ़कर बोल रही है।

संयुक्त किसान मोर्चा ने आरएसएस को किया बेनकाब, क्या संघ वैश्विक शक्तियों के इशारे पर कर रहा काम?

किसानों के आंदोलन को 'विघटनकारी ताकतों' के रूप में बदनाम करके, आरएसएस घरेलू और विदेशी कॉर्पोरेट हितों के राजनीतिक एजेंट के रूप में काम कर रहा है।

मेरा गाँव : इस लड़की को बाहर करो यह बहुत ज्यादा हँसती है!

डॉ. लता प्रतिभा मधुकर जानी-मानी लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। मुंबई में रहने वाली लता प्रतिभा मधुकर नर्मदा बचाओ आंदोलन के साथ ही पिछड़ा वर्ग के आन्दोलनों में शामिल रही हैं। साथ ही  उसमें इस वर्ग की भागीदारी के लिए  बहुत काम कर चुकी हैं। उनका बचपन नागपुर में बीता।

क्या आडवाणी को सामाजिक न्याय की राजनीति को चुनौती देने का इनाम है भारतरत्न

मोदी सरकार ने इस वर्ष सामाजिक न्याय के महान योद्धा कर्पूरी ठाकुर के बाद भाजपा के वयोवृद्ध नेता और रामरथ के सारथी लालकृष्ण आडवाणी...

आडवाणी को भारतरत्न देने से इस सम्मान का मूल्य कम हुआ है

जिन्होंने बाबरी मस्जिद-रामजन्मभूमि विवाद शुरू करते हुए 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद का विध्वंस कराया और संपूर्ण देश में सिर्फ सांप्रदायिक ध्रुवीकरण किया।...

भारत जोड़ो न्याय यात्रा : मेघालय पहुँचकर राहुल गांधी ने कहा, आरएसएस देश की जड़ों को कमज़ोर कर रही है 

पहमसियेम (मेघालय)। आज 23 जनवरी को भारत जोड़ो यात्रा का दसवां दिन है। यह यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई थी और...

‘प्राण प्रतिष्ठा’ कार्यक्रम में जाने से इन्कार कर विपक्ष के नेताओं ने अपने भीतर के भय और भाजपा के जाल को उतार फेंका है

लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बहाने बीजेपी और आरएसएस एक तरफ जहां राजनीतिक रोटियां सेंकने की भरपूर कोशिश...

अयोध्या में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ प्रधानमंत्री और आरएसएस का निजी कार्यक्रम : राहुल गांधी

 कोहिमा (भाषा)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि अयोध्या में 22 जनवरी के 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम को 'राजनीतिक...

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